श्री गणेश घोष
श्री गणेश घोष
▪️गणेश घोष का जन्म 22 जून, 1900 को ब्रिटिशकालीन भारत के बंगाल में हुआ था।
▪️घोष विद्यार्थी जीवन में ही स्वतंत्रता संग्राम में सम्मिलित हो गए थे।
▪️वर्ष 1922 की गया (बिहार) कांग्रेस में जब बहिष्कार का प्रस्ताव स्वीकार हो गया तो गणेश घोष और उनके साथी अनंत सिंह ने नगर का सबसे बड़ा विद्यालय बंद करा दिया था।
▪️गाँधीजी के असहयोग आंदोलन स्थगित करने के पश्चात् गणेश ने कलकत्ता के जादवपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला ले लिया।
▪️वर्ष 1923 में उन्हें 'मानिकतल्ला बम कांड' के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया तथा कोई प्रमाण न मिलने के कारण उन्हें सज़ा तो नहीं हुई, पर सरकार ने 4 वर्ष के लिए नज़रबंद कर दिया था।
▪️वर्ष 1928 में वे बाहर निकले और कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में भाग लिया।
▪️घोष प्रसिद्ध क्रांतिकारी सूर्य सेन के संपर्क में आए और शस्त्र बल से अंग्रेज़ों की सत्ता समाप्त करके चटगाँव में राष्ट्रीय सरकार की स्थापना की तैयारी करने लगे।
▪️पूरी तैयारी के बाद इन क्रांतिकारियों ने वहाँ के शस्त्रागार और टेलीफोन, तार आदि अन्य महत्त्व के स्थानों पर एक साथ आक्रमण कर दिया।
▪️कालांतर में इन्हें फ्रांसीसी बस्ती चंद्र नगर से गिरफ्तार करके कलकत्ता लाए और वर्ष 1932 में आजीवन कारावास की सज़ा देकर अंडमान भेज दिए गए।
▪️स्वतंत्रता के बाद भी उन्होंने अनेक आंदोलनों में भाग लिया और अपने जीवन के लगभग 27 वर्ष जेलों में बिताए।
▪️घोष कम्युनिस्ट विचारधारा से प्रभावित हुए और वर्ष 1946 में जेल से छूटने पर कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य बन गए।
▪️गणेश घोष वर्ष 1952 में बंगाल विधानसभा के और वर्ष 1967 में लोकसभा के सदस्य चुने गए।
▪️गणेश घोष जी की मृत्यु 16 अक्टूबर, 1994 को कलकत्ता में हुआ था।
Source : utkarsh Classes
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