अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

❖  प्रतिवर्ष 21 जून को ‘ग्रीष्मकालीन संक्रांति’ (Summer Solstice) के साथ विश्व स्तर पर ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ (International Yoga Day) का आयोजन किया जाता है।
❖  विश्व स्तर पर सर्वप्रथम वर्ष 2015 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया था।
❖  11 दिसंबर, 2014 को ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा’ के 69वें सत्र के दौरान एक प्रस्ताव पारित करके 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस/विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने के लिए मान्यता दी गई थी।

❖  संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस सत्र को संबोधित करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्व में योग को पहचान दिलाने एवं योग की महत्ता से विश्व को अवगत कराते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस सत्र में विश्व योग दिवस घोषित किए जाने से संबंधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।
❖  प्रधानमंत्री की इस अपील के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा के 123 सदस्यों की इस बैठक में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के प्रस्ताव को रखा गया जिसमें 177 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी।
❖  इस दिवस के लिए वर्ष 2023 की थीम 'वसुधैव कुटुम्बकम् के लिए योग' है जो एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य का वर्णन करती है।
❖  वसुधैव कुटुम्बकम् प्राचीन काल से ही भारतीय विरासत के लिए मार्गदर्शन कराने वाला प्रकाश रहा है और भारतीय लोकाचार व सामाजिक-सांस्कृतिक ताने-बाने इसके चारों ओर बुने गए हैं।


❖  भारतीय संस्कृति एवं परंपरा के अनुसार, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है, जिसके बाद 21 जून वर्ष का सबसे बड़ा दिन माना जाता है।
❖  21 जून को सूर्य कुछ शीघ्र उगता है तथा देर से डूबता है।
❖  भारतीय परंपरा में दक्षिणायन के समय को आध्यात्मिक विद्या प्राप्त करने के लिए बेहद अनुकूल समय माना जाता है।
❖  वर्ष 2019 में ‘आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी’ (आयुष) (Ministry of Ayurveda, Yoga & Naturopathy, Unani, Siddha and Homoeopathy- AYUSH) मंत्रालय द्वारा अपने 'कॉमन योग प्रोटोकॉल' में, यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि, बन्ध और मुद्रा, सत्कर्म, युक्ताहार, मंत्र-जाप, युक्ता-कर्म जैसे लोकप्रिय योग 'साधना' को सूचीबद्ध किया गया है।
❖  योग को प्राचीन भारतीय कला के एक प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
❖  जीवन को सकारात्मक और ऊर्जावान बनाए रखने में योग महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
Source utkarsh Classes 


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