विश्व थैलेसीमिया दिवस
विश्व थैलेसीमिया दिवस
▪️ प्रतिवर्ष 08 मई को सम्पूर्ण विश्व में ‘विश्व थैलेसीमिया दिवस’ का आयोजन किया जाता है।
▪️ इसका प्राथमिक लक्ष्य थैलेसीमिया जैसे गंभीर आनुवंशिक विकार और इससे पीड़ित रोगियों के संघर्ष के संबंध में जागरूकता बढ़ाना है।
▪️ यह दिवस पीड़ितों के जीवन को बेहतर बनाने के लिये समर्पित डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मियों तथा इस रोग के उन्मूलन की दिशा में कार्य कर रहे वैज्ञानिकों का भी सम्मान करता है।
▪️ विश्व थैलेसीमिया दिवस 2023 की थीम ‘जागरूक रहें, साझा करें, देखभाल: थैलेसीमिया केयर गैप को पाटने के लिए शिक्षा को मजबूत बनाना’ (Be Aware. Share. Care: Strengthening Education to Bridge the Thalassaemia Care Gap) है।
▪️ विश्व थैलेसीमिया दिवस की शुरुआत वर्ष 1994 में थैलेसीमिया इंटरनेशनल फेडरेशन द्वारा की गई थी।
▪️ भारत में एक लाख से अधिक मरीज थैलेसीमिया पीड़ित हैं, जिनमें 40 लाख वाहक हैं।
▪️ थैलेसीमिया माता-पिता से विरासत में मिली (आनुवांशिक रूप से संचरित) ऑटोसोमल रिसेसिव डिसऑर्डर है ।
▪️ इस स्थायी रक्त विकार के कारण रोगी के लाल रक्त कणों (RBC) में पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं बन पाता है, जिसके कारण एनीमिया हो सकता है और रोगियों को जीवित रहने के लिये हर दो से तीन सप्ताह बाद रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है।
▪️ रोग की गंभीरता जीन में शामिल उत्परिवर्तन और उनकी अंतःक्रिया पर निर्भर करती है।
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