घर में मौजूद इन 5 चीजों के कारण आती हैं गरीबी
वास्तु शास्त्र
दुनिया में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह की ऊर्जा मौजूद होती है। ऐसा नहीं है कि कोई व्यक्ति जानबूझकर नकारात्मक ऊर्जा को अपनी तरफ आकर्षित करता है। हालांकि कई बार हमारी गलत आदतों या किसी गलती के वजह से नकारात्मकता या नकारात्मक ऊर्जा हमारे जीवन में अपना घर बना लेती है। हालांकि जितना मुमकिन हो हमें इस नकारात्मक ऊर्जा और नकारात्मकता से दूर रहना चाहिए। ईर्ष्या करना, दूसरों की बुराई करना, दूसरों से लड़ाई झगड़ा करना, लालच, आलस्य इन तमाम तरह के नकारात्मक विचारों से हर एक व्यक्ति को बच कर रहना चाहिए। हमें प्रतिदिन यह कोशिश करनी चाहिए कि हम बीते दिन से ज्यादा बेहतर इंसान बनकर सामने आयें। यहां यह ध्यान रखने वाली बात है कि हमारी ऊर्जा हमारे आसपास के वातावरण को भी प्रभावित करती है और ठीक इसी तरह हमारे आसपास का वातावरण हमारी ऊर्जा को प्रभावित करता है। इस विशेष आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे आपको अपने आसपास मौजूद है नकारात्मक ऊर्जा के बारे में जानकारी प्राप्त होगी।
वास्तु शास्त्र एक अति प्राचीन विज्ञान है जिसे हमारे पूर्वजों और महान ऋषि-मुनियों ने दिशा के ज्ञान के आधार पर तैयार किया। उन्होंने यह पाया कि प्रत्येक दिशा में रखी जाने वाली सही या गलत वस्तु का उस जगह पर रहने वाले जातकों के जीवन पर प्रभाव पड़ता है। यह प्रभाव जीवन के किसी एक हिस्से तक सीमित नहीं रहता है बल्कि किसी भी जातक के मानसिक, शारीरिक, पारिवारिक, आर्थिक इत्यादि जीवन को भी बराबर प्रभावित करता है।
ऐसे में आज हम आपको इस लेख में पांच ऐसी वस्तुओं के बारे में बताने वाले हैं जो किसी भी जातक के आर्थिक जीवन को प्रभावित करते हैं।
आर्थिक जीवन को प्रभावित करने वाली पांच चीजें
झाड़ू : आप में से शायद कइयों को इस बात की जानकारी नहीं हो कि घर में मौजूद झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक भी माना जाता है। यही वजह है कि झाड़ू आर्थिक लिहाज से काफी महत्वपूर्ण वस्तु माना जाता है। ऐसे में घर में मौजूद झाड़ू को रखने का तरीका भी वास्तु शास्त्र में बताया गया है। इसके अनुसार झाड़ू को हमेशा ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहां वह किसी को नजर न आए। झाड़ू को खड़ा करके रखना भी निषेध माना गया है। इसके अलावा झाड़ू लगाने के तरीकों से जुड़े नियम भी मौजूद हैं। इसके अनुसार घर में शाम में झाड़ू लगाना निषेध है। झाड़ू लगाते वक़्त हमेशा अंदर से बाहर की ओर दिशा का पालन करना चाहिए। वास्तु शास्त्र के इन उपायों का पालन नहीं किए जाने वाले घरों के सदस्यों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कबूतर का घोंसला : वास्तु शास्त्र के मुताबिक जिस घर में कबूतर का घोंसला मौजूद होता है वहां दरिद्रता आती है। खास करके यदि किसी घर में कबूतर का अंडा फूट जाये तो इसे निकट भविष्य में आर्थिक संकट के आगमन का सूचक माना जाता है। ऐसी स्थिति में इस बात का ध्यान रखें कि आपके घर में कहीं भी कोई कबूतर अपना घोंसला न बना पाये। घर की चारदीवारी के बाहर कबूतर यदि घोंसला बना ले तो इससे कोई समस्या नहीं है।
कांटेदार पौधे : वास्तु शास्त्र में घर में लगाए जाने वाले पौधों और पेड़ को लेकर भी नियम मौजूद हैं। इस नियम के अनुसार घर या आंगन में ऐसा कोई भी पौधा नहीं लगाना चाहिए जिसमें कांटे हों। इससे उस घर के सदस्यों के जीवन में आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं। ऐसे पौधे जिनसे दूध निकलता हो, उनको भी घर या आंगन में लगाना या रखना निषेध माना गया है
जाले व कबाड़ : किसी भी घर में जाले व कबाड़ नकारात्मक ऊर्जा के सबसे बड़े स्रोत माने जाते हैं। माता लक्ष्मी उसी घर में वास करती हैं जहां साफ-सफाई रहती है। ऐसे घर में वह नहीं रहती हैं जहां गंदगी रहती हो। यदि आपके घर में कबाड़ का सामान पड़ा है या फिर कोई ऐसा खराब सामान पड़ा है, जिसे आपने ठीक करवाने के लिए लंबे समय से रखा हुआ है तो उसे या तो जल्द से जल्द ठीक करवा लें या फिर घर से बाहर कर दें। वहीं कभी भी घर में जाले न लगने दें। जालों से आर्थिक स्थिति तो खराब होती ही है और साथ ही साथ बने बनाए कार्य भी बिगड़ने लगते हैं।
सीलन : पानी को धन का सूचक माना गया है। ऐसे घर जहां दीवारों में सीलन हो वहां लक्ष्मी वास नहीं करती। ऐसे घर के सदस्यों को हमेशा आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही ऐसे घर जहां नल से पानी टपकता रहता हो, वहां रहने वाले सदस्यों को भी जीवन में आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
Very nice 🆗
जवाब देंहटाएं🙏🙏🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंBahut sundar 🙏
जवाब देंहटाएं🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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